कलमकार के कई रूप यहां

कलमकार के कई रूप यहां


कलमकार के कई रूप यहां
कुछ नाम के कुछ काम के
कुछ बिकते हैं कुछ लिखते यहां
कुछ झुकते तो कुछ टूट ही जाते

नाम है जिसका चाहे जितना
कलम भी तीखी हो उसकी
मुमकिन नहीं अाभासी इस दुनिया मे
फरेब भी हो सकते हैं माया के बाजार में

कलम भी देखो क्या रूप बदलती
जादूगर के हाथ में पड़ कर
हुनरमंद की कोई कदर नहीं
सुनहरी स्याही मे तीखी कोई धार नहीं

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