गिरने की होड़ लगी है, कौन कितना गिरता है...
गिरने की होड़ लगी है, कौन कितना गिरता है...
तो नसीब वाले बापजी के अंडभक्तों, बधाई हो।
कोई सड़क छाप जुआरी भी नहीं हैं। रिपुटेड लोग हैं भाई। पहले राजा महाराजा लोग खुलेआम जुआ खेलते हैं, अब कंपनियों की ओर से दलाल खेलते हैं। कारपोरेट जगत की ओर से मंत्री नेता दलाली करते हैं, चाल चलते हैं। बधाई हो। देश का राष्ट्रीय रुपया लगातार गिर रहा है। कभी रुपये की साख की तुलना दिल्ली सम्राट की साख से की जाती थी। आज नहीं की जाती, सबको डर है, गर चूं की तो सरकारी तोता रगड़ कर रख देगा। अब तो सरकारी तोते की कई प्रजातियां ईजाद कर ली गई हैं।
तो अंडभक्तों, बधाई हो। इतनी महंगाई में भी पेटरोल - डीजल तुम्हारे घरों में 30 रुपए की दर से ही मिल रहे हैं। भई, खूब मजे ले लेकर विरोधियों को चिढ़ा रहे हो। इधर, रुपया भी तुम्हारे बाप जी की तरह लगातार नीचे गिरती जा रही है। दोनों में होड़ लगी है, कौन कितना नीचे गिरता है।
तुम्हारे बापजी ने तो साढ़े चार साल में डबल सेंचुरी लगा दी है भाई तमाम तरह की घोषणाओं कर कर के। और रुपया और पेटरोल डीजल भी शतक बनाने के करीब है। इस लिहाज से देखा जाए तो अंडभक्तों, तुम्हारे बापजी ने गिरने के सारे रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं।
गिरने में भी और फेंकने में भी इस साल का वर्ल्ड रिकॉर्ड तुम्हारे बापजी को ही मिलेगा, इसमें कोई शक नहीं। वो तो आरबीआई ने दखल दे दिया, नहीं तो रुपया और पेटरोल-डीजल आसमान के करीब था। इनमें शतक बनाने की जो रेसिंग चली थी, वह थम गई। नहीं तो अब तक सैकड़ा लगा देते।
देखो तो सही, रुपये की साख लगातार गिरती जा रही है। सोमवार को दिनभर के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 76.66 तक फिसल गया है, तो वहीं 467 पॉइंट गिरकर शेयर बाजार भी 5 शतक बनाने से चूक गया। आरबीआई के दखल से रुपया कुछ संभला और निचले स्तर से इसमें कुछ रिकवरी हुई। कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को बजी 72 पैसे टूटकर 72.45 के स्तर पर बंद हुआ है। शेयर बाजार 500 अंक पार नहीं कर पाया, लेकिन सवा 2 लाख करोड़ की चपत लगा दी। यह ब्लैक मनी तो नहीं है।
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